Hello दोस्तों हमारे इस ब्लॉग में आपका स्वागत है, इस ब्लॉग में हम ( Computer in Hindi ) Computer क्या है? और कंप्यूटर से सम्बंधित समस्त जानकारी के बारे में पढेंगे। दोस्तों Computer का अविष्कार अब से लगभग दो शताब्दी पहले हुआ था जिसका उपयोग अब हमारे जीवन में बहुत अधिक होने लगा है, कंप्यूटर आजकल हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है।
इस बदलती दुनिया में, कंप्यूटर का उपयोग सामाजिक, आर्थिक, शैक्षणिक और व्यावसायिक क्षेत्र में बहुत तेजी से हो रहा है। क्या आपको यह पता है कि कंप्यूटर क्या है? यह कैसे काम करता है? और इसके प्रकार क्या हैं? इस आर्टिकल में हम आपको इन सभी प्रश्नों के जवाब देंगे और आपको कंप्यूटर के बारे में विस्तृत जानकारी प्रदान करेंगे।
What is Computer in Hindi – Computer Kya Hai in Hindi
कंप्यूटर एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो यूज़र्स द्वारा दिए गए डेटा को यूजर्स के द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार प्रोसेस करके सभी प्रकार के input की सटीक जानकारी प्राप्त करके Output के रूप में यूज़र्स आज तक पहुंचाने का कार्य करती है।

जब भी कोई यूज़र कंप्यूटर में कोई कमांड देता है तो कंप्यूटर द्वारा उस इनपुट को प्रोसेस करने के बाद आउटपुट के रूप में परिणाम दिखाता है जो कि कंप्यूटर के दूसरे भाग मॉनिटर पर यूजर्स को दर्शाया जाता है यूजर्स मॉनिटर के माध्यम से यह जानकारी प्राप्त कर सकते हैं कि कंप्यूटर के द्वारा यूजर्स को क्या आउटपुट प्रदान किया गया है।
Definition of Computer in Hindi
यदि हम इसको साधारण भाषा में समझे तो कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो डेटा को संसाधित, संग्रहित और विश्लेषित करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह एक प्रोग्राम के माध्यम से चलता है जो यूजर द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करता है।
कंप्यूटर में कई प्रकार के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर शामिल होते हैं जो कंप्यूटर को काम करने में मदद करते हैं। कंप्यूटर आजकल सभी क्षेत्रों में उपयोग किए जाते हैं, जैसे कि व्यवसाय, विज्ञान, शिक्षा, मनोरंजन आदि, विभिन्न यूज़र्स कंप्यूटर का प्रयोग अपनी आवश्यकताओं के अनुसार विभिन्न प्रकार से करते हैं।
Meaning of Computer in Hindi – कंप्यूटर का अर्थ
“कंप्यूटर” शब्द का उगम लैटिन शब्द “Computare” से हुआ है जिसका अर्थ होता है “गणना करना” तथा Computer शब्द English भाषा के “Compute” शब्द से बना है। “Computare” शब्द का उपयोग पहली बार 19वीं सदी के अंत में और 20वीं सदी की शुरुआत में जब इलेक्ट्रॉनिक डेटा प्रसंस्करण उपकरणों का विकास हुआ था।
इस शब्द का अर्थ अब तक वही है और कंप्यूटर एक ऐसी मशीन है जो गणना और डेटा प्रसंस्करण करने के लिए उपयोग किया जाता है। Compute शब्द Calculate का Synonyms होता है जिसका अर्थ होता है गणना करना। इसलिए कंप्यूटर को गणना करने की मसीन भी कहते हैं।
Full form of Computer in Hindi – कंप्यूटर का पूरा नाम क्या है?
दोस्तों यदि हम बात करे कि Computer ka full form क्या होता है तो आपको बता दे कि Computer (C,O,M,P,U,T,E,R) अक्षरों से मिलकर बना है जिसका अर्थ Common Operating Machine Purposely used for Technological and Educational research होता है।
यदि हम बात करे हिंदी में Computer ka full form क्या होता है तो हिंदी में कंप्यूटर का पूरा नाम (कॉमन ऑपरेटिंग मशीन पर्पसली यूज्ड फॉर टेक्नोलॉजिकल एंड एजुकेशनल रिसर्च) होता है।
- C – Common
- O – Operating
- M – Machine
- P – Purposely
- U – Used
- T – Technological
- E – Educational
- R – Research
कंप्यूटर का आविष्कार

Charles Babbage
कंप्यूटर का आविष्कार Charles Babbage के द्वारा किया गया था, सबसे पहले चार्ल्स बैबेज ने 1937 में एक Mechanical Computer बनाया था जिस कंप्यूटर को उस समय Analytical Engine के नाम से जाना गया इस कंप्यूटर में पंच कार्ड के द्वारा डेटा को डाला जाता था। कंप्यूटर में इनके महत्वपूर्ण योगदान के कारण इनको कंप्यूटर का जनक कहा जाता है।
इनके द्वारा बनाये गए इस कंप्यूटर में Integrated Memory, Basic Flow Control तथा ALU के कॉन्सेप्ट को लागू किया गया।
History of Computer in Hindi
कंप्यूटर का इतिहास काफी पुराना माना जाता है, सबसे पहले लोग गणना करने के लिए अंक गिनती का प्रयोग करते थे, जो लोगों का बहुत अधिक समय लग जाता था। बाद में, संगणना के लिए जानवरों और पक्षियों का प्रयोग किया जाने लगा था।
इसके बहुत समय के बाद आधुनिक कंप्यूटर का निर्माण 19वीं शताब्दी में हुआ था। 1800 के दशक में जब यातायात का संचार करने के लिए टेलीग्राफ का उपयोग किया जाने लगा तो संगणना की तकनीकी मशीनों का भी विकास शुरू हो गया।
जिसके बाद पहली आधुनिक मशीन 1822 में चार्ल्स बेबेज द्वारा विकसित की गई थी जिससे गणना की जा सकती थी, इस मसीन को एक बार फ़ंड करने के लिए उपयोग किया गया था। यह मशीन उस तरह की पहली मशीन थी, जिसमें स्टीम पावर का उपयोग किया गया था।
20वीं शताब्दी में, इलेक्ट्रॉनिक गणना मशीनों का विकास और भी तेजी से होना सुरु हो गया और वे कई प्रकार के व्यापक रूप से उपलब्ध होने लगे।
1940 में, हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के इंजीनियर एक आधुनिक इलेक्ट्रॉनिक गणना मशीन को विकसित करने के लिए कार्य कर रहे थे, जो जल्द ही “Mark I” के रूप में लोगों के सामने आया।
इसके बाद धीरे धीरे से कंप्यूटर का विकास होना सुरु हो गया जो कि बाद में बहुत बड़े स्तर पर विकसित हो गया। अब तक कंप्यूटर की पॉंच पीढ़ियों के विकास हो चुका है जिनके बारे में आप निम्नलिखित देख सकते हैं-
Generation of Computer in Hindi – कंप्यूटर की पीढ़िया
- पहली पीढ़ी (First Generation) – 1940-1956
- दूसरी पीढ़ी (Second Generation) – 1956-1963
- तीसरी पीढ़ी (Third Generation) – 1964-1971
- चौथी पीढ़ी (Fourth Generation) – 1971-1980
- पांचवीं पीढ़ी (Fifth Generation) – 1980 के बाद
पहली पीढ़ी (First Generation):
कंप्यूटर की प्रथम पीढ़ी का विकास 1940 और 1950 के दशक में हुआ था, इस पीढ़ी के कंप्यूटरों में वैक्यूम ट्यूब्स का प्रयोग किया जाता था जो बहुत बड़े थे। इस पीढ़ी के प्रमुख उदाहरण हैं NIM और NIH है।
दूसरी पीढ़ी (Second Generation):
इस पीढ़ी का विकास 1950 के अंत और 1960 के दशक में हुआ था। इस पीढ़ी के कंप्यूटर में ट्रांजिस्टर का उपयोग किया गया था जो वैक्यूम ट्यूब्स की तुलना में कम आकार के थे और अधिक स्थिर थे। इस पीढ़ी के प्रमुख उदाहरण IBM 1401 और IBM 7090 है।
तीसरी पीढ़ी (Third Generation):
यह पीढ़ी 1960 के अंत और 1970 के दशक में विकसित हुई। इस पीढ़ी के कंप्यूटर में (IC) का उपयोग किया गया था जो एक चिप में कई ट्रांजिस्टर्स को संयोजित करता था। इस पीढ़ी के प्रमुख उदाहरण IBM 360 और डेक एलईएस 8 थे।
चौथी पीढ़ी (Fourth Generation):
यह पीढ़ी 1970 के बाद से विकसित हुई थी। इस पीढ़ी के कंप्यूटर में वाणिज्यिक ऑफ-द-शेल्फ (COTS) कंपोनेंट का उपयोग किया गया था, जो कम मूल्य में उपलब्ध थे। इस पीढ़ी के प्रमुख उदाहरण हैं इंटेल 4004, इंटेल 8086 और एएमडी एथलॉन।
पांचवीं पीढ़ी (Fifth Generation):
इस पीढ़ी का विकाश 1980 के बाद से सुरु हुआ था। इस पीढ़ी के कंप्यूटर में अलग-अलग प्रोग्रामिंग भाषाओं का उपयोग किया गया था, जैसे कि Java, Python, C एवं Sharp। इस पीढ़ी के प्रमुख उदाहरण हैं एप्पल मैकिंटोश, विंडोज और एंड्रॉयड।
कंप्यूटर कैसे काम करता है?
कंप्यूटर एक ऐसी Electronic मसीन है जो डेटा और जानकारी को लेने, प्रोसेस करने, स्टोर करने, विवरण देने और उसे यूज़र्स को प्रदान करने में सक्षम होता है। कंप्यूटर काफी तेज होता है जो कि इसे कम समय में बहुत सारे काम करने में सक्षम बनाता है।
कंप्यूटर डेटा को कई प्रकार की संरचनात्मक इकाइयों में स्टोर करता है जैसे कि बाइट्स, किलोबाइट्स, मेगाबाइट्स, गिगाबाइट्स और टेराबाइट्स। यह डेटा को Number, अक्षर, फोटोज और संगीत जैसे विभिन्न फ़ॉर्मेट में स्टोर करके रख सकता है।
जब यूज़र्स कंप्यूटर पर कोई भी काम करता है, तो इनपुट उपकरण के माध्यम से यूज़र्स द्वारा दी गई जानकारी कंप्यूटर में इनपुट होती है। फिर कंप्यूटर के प्रोसेसिंग यूनिट (CPU) डेटा को प्रोसेस करता है, जिससे नया डेटा प्राप्त होता है। यह नया डेटा फिर स्टोर किया जाता है और उसे आउटपुट उपकरण के माध्यम से यूज़र्स को प्रदान किया जाता है।
कंप्यूटर तीन मुख्य भागों से मिलकर बना होता है जिनमे यूज़र्स के द्वारा दिये गए सभी कमांड को प्रोसेस किया जाता है।
इनपुट डिवाइस (Input Devices) – जैसे कि keyboard, माउस, स्कैनर और माइक्रोफ़ोन आदि जो की इनपुट डेटा को कंप्यूटर में Enter करने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
प्रोसेसिंग डिवाइस (Processing Devices) – जैसे कि सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट (CPU) और रैंडम एक्सेस मेमोरी (RAM) जो इनपुट डेटा को प्रोसेस करने और स्टोर करने के लिए उपयोग किया जाते है।
आउटपुट डिवाइस (Output Devices) – जैसे कि मॉनिटर, प्रिंटर, स्पीकर और हेडफ़ोन इत्यादि जो की संसाधित और स्टोर डेटा को यूज़र्स के लिए दिखाने या सुनाने के लिए उपयोग किए जाते हैं।
Types of Computer in Hindi – कंप्यूटर के प्रकार
Computer के बिभिन्न प्रकार के बारे में आप निम्नलिखित पढ़ सकते हैं-
Data Handling योग्यता के अनुसार कंप्यूटर के प्रकार –
Data Handling योग्यता के अनुसार कंप्यूटर तीन प्रकार के होते है जिनके बारे में आप निम्नलिखित पढ़ सकते हैं-
- Analog Computer
- Digital Computer
- Hybrid Computer
Analog Computer
अब हम आपको अनालॉग कंप्यूटर के बारे में बताने जा रहे हैं। अनालॉग कंप्यूटर एक ऐसा कंप्यूटर होता है जो डेटा को codes और Number में बदले बिना ही डेटा की प्रोसेसिंग करने लगता है यह अंग्रेजी में डिजिटल कंप्यूटर से थोड़ा अलग होता है जो न्यूमेरिकल संख्याओं का उपयोग करता है। इस प्रकार के कंप्यूटर स्पीड, करंट और टेम्प्रेचर मापने के लिये उपयोग में लाये जाते हैं।
Digital Computer
दोस्तों यदि हम Digital Computer की बात करें तो इन कम्प्यूटरों कक उपयोग डिजिटल फाइलों को प्रोसेस करने के लिये किया जाता है। डेस्कटॉप, लैपटॉप इत्यादि Digital Computer के उदाहरण है। डिजिटल कंप्यूटर अक्सर किसी सर्किट बोर्ड या माइक्रोप्रोसेसर के रूप में निर्मित होता है।
Hybrid Computer
हाइब्रिड कंप्यूटर एक ऐसा कंप्यूटर होता है जो डिजिटल और आनलॉग दोनों को प्रोसेस करने में सक्षम होता है। इस कंप्यूटर को आमतौर पर विज्ञान और Technology के क्षेत्र में उपयोग किया जाता है। एक उदाहरण के रूप में, अस्पतालों में इसका उपयोग डायग्नोस्टिक टेस्ट के लिए किया जाता है।
Size के आधार पर कंप्यूटर के प्रकार –
- Personal Computer
- Mini Computer
- Mainframe Computer
- Super Computer
- Workstation
Personal Computer
Personal Computer या PC एक छोटा सा कंप्यूटर होता है जो एक ही व्यक्ति द्वारा इस्तेमाल करने के उद्देश्य से बनाया जाता है। यह कंप्यूटर यूज़र्स के घर, कार्यालय या शिक्षण संस्थान आदि में उपयोग करने के काम आता है।
इसमें सामान्यतया माउस, Keyboard और मॉनिटर शामिल होते हैं जो यूज़र्स के लिए आसानी से कंप्यूटर चलाने की सुविधा प्रदान करते हैं, इस प्रकार के कंप्यूटर दुनिया भर में सभी क्षेत्रों में उपयोग किये जाते है। Desktop, Computer और लैपटॉप यह Personal Computer के उदाहरण हैं।
Mini Computer
Mini Computer एक मध्यम स्तर का कंप्यूटर होता है जो दोनों Hardware और Software के दृष्टिकोण से विशाल मुख्य संगठनों के मुख्य कम्प्यूटर से छोटा होता है। यह कंप्यूटर विभिन्न कार्यों जैसे Office Work, Accounting, Data Processing, नियंत्रण और ज्ञानकोष जैसे उपयोगों के लिए उपयोग किया जाता है। यह computer काफी सस्ते होते है और सनक प्रयोग सबसे छोटे उद्योगों और संगठनों में किया जाता है।
Mainframe Computer
Mainframe Computer आकर में बहुत बड़ा और शक्तिशाली कंप्यूटर होता है जो की बड़ी- बड़ी व्यवस्थाओं, सरकारी विभागों, बैंकों और अन्य बड़े संगठनों में उपयोग किया जाता है।

इसमें बड़ी क्षमता वाले कैलकुलेटर और तेज डाटा प्रोसेसिंग के लिए तेज और बड़े प्रोसेसर होते हैं। यह कंप्यूटर बड़े नेटवर्क, बैकल्पिक डेटाबेस, M.R.P एवं बैच प्रोसेसिंग जैसे कामों के लिए उपयोग किया जाता है।
इसका उपयोग बहुत बड़ी मात्रा में डेटा प्रोसेसिंग, संचालन एवं नियंत्रण के लिए किया जाता है।
Super Computer
Super Computer सबसे उच्चतम स्तर का कंप्यूटर होता है यह कंप्यूटर आकार में सबसे बड़े, स्पीड में सबसे तेज तथा लागत में बहुत अधिक महंगे होते हैं यह बड़ी मात्रा में डेटा प्रोसेसिंग और एक्सेलेरेटेड कंप्यूटेशन के लिए उपयोग किया जाता है।

इन कंप्यूटरों में लाखों प्रोसेसर होते हैं जो कई तरह के एल्गोरिथम को मैनेज करते हैं। ये कंप्यूटर संसाधनों की बड़ी डिमांड को पूरा करते हैं, जैसे कि मौसम का पूर्वानुमान, विज्ञान और प्रौद्योगिकी अनुसंधान और मौजूदा तकनीक के संशोधन में इनका बहुत महत्वपूर्ण योगदान रहता है।
Workstation
Workstation एक प्रोफेशनल Computer होता है जो उच्चतर ग्राफिक्स, डिजाइन, वीडियो एडिटिंग और अन्य उच्च-प्रदर्शन कार्यों के लिए प्रयोग किया जाता है। इनके अंदर उच्च शक्ति, विशेषता और गुणवत्ता के हार्डवेयर होते हैं, जो लंबे समय तक चलने वाले अनुप्रयोगों को संचालित कर सकते हैं।

Workstation सामान्यतः डेस्कटॉप कंप्यूटर के रूप के जाइए ही होते हैं, लेकिन यह विशेषताओं के हिसाब से उनसे बहुत आगे तथा तेज होते हैं। Workstation कंप्यूटर की यह विशेषताएं उच्च गति, मल्टीप्रोसेसिंग और बड़े डेटा फ़ाइलों को संचालित करने की क्षमता रखती हैं।
कंप्यूटर की विशेषताएँ क्या है?
कंप्यूटर की कई विशेषताए होती है जो कि आपको निम्नलिखित दी गई हैं-
- कंप्यूटर की स्पीड बहुत तेज होती है जो कार्य मानव के घंटो में कर सकता है वही कार्य कंप्यूटर कुछ मिनटों में कर सकता है।
- कंप्यूटर में बहुत बड़ी स्टोरेज क्षमता होती है जिसमे से आप कोई भी फाइल कुछ ही सेकंड में सर्च कर सकते है।
- कंप्यूटर की प्रोसेसिंग क्षमता बहुत तेज होती है यह किसी भी कमांड को कुछ ही सेकंड में प्रोसेस कर सकते हैं।
- कंप्यूटर के जरिये किसी भी डेटा को एक स्थान से दूसरे स्थान तक बड़ी ही आसानी से भेजा जा सकता है।
- कंप्यूटर एक स्वतंत्र उपकरण है जो बिना मानव के इंटरफेस के कार्य कर सकता है।
- कंप्यूटर के द्वारा आप पूरी दुनिया मे घर बैठे संपर्क कर सकते हैं।
कंप्यूटर सॉफ्टवेर और कंप्यूटर हार्डवेयर
Software
Software किसी कंप्यूटर का वह मुख्य तत्व है जो कंप्यूटर Hardware को चलाने में मदद करता है।
किसी भी कंप्यूटर में सॉफ्टवेयर हार्डवेयर से अधिक महत्वपूर्ण होता है क्योंकि बिना किसी Software के कंप्यूटर का हार्डवेयर किसी कार्य का नही होता है। Software कई सारे प्रोग्राम्स का ग्रुप होता है जिसपर कंप्यूटर की सभी प्रोसेस निर्भर करती है।
यह यूज़र्स द्वारा दिये गए सभी कमांड्स को समझता है फिर उन्हें हार्डवेयर द्वारा प्रोसेस किया जाता है। सॉफ्टवेयर अलग-अलग प्रकार के होते हैं। जैसे- ऑपरेटिंग सिस्टम, एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर, गेम सॉफ्टवेयर, Computer Application आदि।
Hardware
Hardware एक कंप्यूटर सिस्टम का वह आवश्यक भाग होता है जो आपको कंप्यूटर टेक्नोलॉजी के आधार पर फिजिकल रूप से समझने में मदद करता है। साधारण भाषा में समझे तो ऐसे भाग जिनको हम देख सकते हैं या छू सकते हैं Hardware कहलाते हैं। इसमें कंप्यूटर के सभी भाग शामिल होते हैं जैसे कि माउस, कीबोर्ड, मॉनिटर, प्रिंटर, प्रोसेसर, मदरबोर्ड आदि।
Parts of Computer in Hindi
Motherboard
Motherboard कंप्यूटर का सबसे प्रमुख भाग में से एक होता है क्योंकि यह कंप्यूटर के अन्य भागों को कंप्यूटर से जोड़ता है तथा उन्हें एक समन्वित प्रकार से काम करने में मदद करता है।
Motherboard कंप्यूटर के प्रोसेसर, मेमोरी, इनपुट-आउटपुट डिवाइसेज जैसे माउस, कीबोर्ड, मॉनिटर, वीडियो कार्ड आदि को जोड़ता है। इसलिए मदरबोर्ड कंप्यूटर के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है और यह कंप्यूटर की स्पीड, स्टोरेज और टेक्नोलॉजी को बढ़ाता है।
Processor
Processor भी कंप्यूटर के सबसे महत्वपूर्ण भाग में से एक होता है जो कंप्यूटर के सभी कार्यों को नियंत्रित करता है। यह दुनिया में सबसे तेज़ Computer चिप होता है जो की आंतरिक गति के साथ इंटरनेट, गेम और अन्य Computer कार्यों को तेज़ी से और सही ढंग से करता है।
Processor दो भागों से मिलकर बना होता है – कंट्रोल यूनिट और एलयू यूनिट। Control Unit दूसरे भागों को नियंत्रित करता है जबकि ALU Unit सभी प्रकार की कैलकुलेशन को संभालता है।
Monitor
Monitor भी कंप्यूटर का महत्वपूर्ण भाग में से एक होता है जो CPU के द्वारा प्रोसेस किये गए कार्य को यूज़र्स के सामने दर्शाने का कार्य करता है। जो भी डेटा यूज़र्स के द्वारा कंप्यूटर को दिया जाता है वह कंप्यूटर में प्रोसेस होने के बाद Monitor में डिस्प्ले के माध्यम से यूज़र्स को दिखाई देता है।
Hard Disk
Hard Disk कंप्यूटर का ऐसा भाग होता है जिसमे कंप्यूटर की सम्पूर्ण जानकारी स्टोर होती है एक हम इसको कंप्यूटर का दिमाग भी कह सकते हैं जहाँ पर सम्पूर्ण डेटा स्टोर रहता है।1
Computer के अन्य भाग
इस सब के अलावा कंप्यूटर के कई अन्य महत्वपूर्ण भाग होते हैं जैसे कि स्पीकर, DVD Drive, Power supply Unit, RAM, Graphics card, keyboard, mouse, printers, Wi-Fi, SMPS, Cabinet, Scanner, Microphone, USB Port, Web Camera, Optical Drive इत्यादि।
Types of Software in Hindi
साधारणतः Software तीन प्रकार के होते है जिनके बारे में आपको निम्नलिखित जानकारी दी गई है-
Application Software
Application Software यूज़र्स की आवश्यकता को ध्यान में रखकर बनाए जाते हैं एप्लीकेशन सॉफ्टवेयर के अंतर्गत एमएस ऑफिस, वेब ब्राउजर, गेमिंग सॉफ्टवेयर, फोटोशॉप इत्यादि आते हैं।
System Software
System Software के अंतर्गत ऐसी सॉफ्टवेयर आते हैं जो सिस्टम को चलाने में मदद करते हैं जैसे ऑपरेटिंग सिस्टम। क्या कंप्यूटर हार्डवेयर को कंट्रोल करने बाले Software होते हैं इसके अलावा Driver Software भी System Software के अंतर्गत आते हैं।
Utility Software
यूटिलिटी सॉफ्टवेयर कंप्यूटर की विभिन्न प्रकार की प्रोसेस को सरल बनाने वाले सॉफ्टवेयर होते हैं। इन Software में वायरस स्कैनर, फाइल कंवर्टर, डिस्क क्लीनर, डिस्क डीफ़्रेगमेंटर, फाइल मैनेजर इत्यादि शामिल होते हैं। ये सॉफ्टवेयर अलग-अलग जरूरतों के हिसाब से अलग अलग काम करते हैं।
Computer Operating System in Hindi
कंप्यूटर ऑपरेटिंग सिस्टम (Computer Operating System) एक सॉफ्टवेयर होता है जो कंप्यूटर को चलाने में मदद करता है। यह सॉफ्टवेयर, कंप्यूटर के हार्डवेयर और दूसरे सॉफ्टवेयर के बीच का एक संचार का कार्य करता है जो यूज़र्स को कंप्यूटर का सम्पूर्ण नियंत्रण देने में मदद करता है। यह कंप्यूटर की सुरक्षा, अनुकूलता, गति और User Experience को सुधारने में मदद करता है।
ऑपरेटिंग सिस्टम के कुछ उदाहरण – माइक्रोसॉफ्ट विंडोज, लिनक्स, मैक ओएस आदि।
Types of Operating System
- Real Time Operating System
- Time Sharing Operating System
- single user & multi user
- Batch Operating System
- Multiprocessing Operating System
- Network Operating System
- Multiprogramming Operating System
- Distributed Operating System
- single tasking & multi tasking
- Multiprocessing Operating System
कंप्यूटर का उपयोग – Use of Computer
आज के समय मे कंप्यूटर हमारी जिंदगी का एक महत्वपूर्ण हिस्सा बन चुका है जिसका उपयोग विभिन्न क्षेत्रों में होता है। यह व्यक्तिगत उपयोग से लेकर व्यावसायिक उपयोग तक सभी क्षेत्रों में हमारी कार्य को तेजी से तथा सटीक तरीके से करने में मदद करता है। Computer के कुछ उपयोग निम्नलिखित दिए गए हैं-
- कंप्यूटर का सबसे कॉमन उपयोग डाटा एंट्री और प्रोसेसिंग होता है।
- Computer का उपयोग ऑफिस मैनेजमेंट, डेटा एनालिसिस और वेब डेवलपमेंट में भी किया जाता है।
- कंप्यूटर से इंटरनेट से जुड़कर ईमेल भेजा जा सकता है जो कि विभिन्न कार्यों में बहुत उपयोगी साबित होता है।
- कंप्यूटर के द्वारा म्यूजिक बनाने या फिल्म देखने का आनंद भी लिया जा सकता है।
- कंप्यूटर के इस्तेमाल से ऑनलाइन शॉपिंग व बैंकिंग जैसे कई अन्य कार्यों को भी आसानी से किया जा सकता है।
कंप्यूटर का भविष्य – future of computer
दोस्तों यदि हम बात करे computer के भविष्य की तो आप सभी को यह तो पकता ही है कि कंप्यूटर दुनिया का सबसे तेज और अधिक शक्तिशाली मशीन है।
आजकल यह न केवल अधिक शक्तिशाली होता जा रहा है, बल्कि इसकी टेक्नोलॉजी और भी जटिल होती जा रही है। कंप्यूटर से हमें अनेक क्षेत्रों में सुधार करने में मदद मिलती है, जैसे कि मेडिकल साइंस, संचार, अंतरिक्ष अनुसंधान, इंजीनियरिंग इत्यादि।
भविष्य में कंप्यूटर संबंधी तकनीक और सॉफ्टवेयर में भारी विकास देखने को मिल सकता है। इसके साथ ही, अधिक संवेदनशील हॉर्डवेयर और अधिक तकनीकी ज्ञान और कौशल के साथ कंप्यूटर के उपयोग की गति भी बढ़ने की संभावना है। इससे हम बेहतर संचार, सिक्योरिटी, और विज्ञान के क्षेत्रों में नई तकनीकों का उपयोग कर सकते हैं।
इन सभी बातों से साफ है कि भविष्य में मानव जीवन मे कंप्यूटर का बहुत बड़ा योगदान देखने को मिलेगा और मानव पूरी तरह से कंप्यूटर पर निर्भर हो जाएगा।
निष्कर्ष
दोस्तों हमारे ब्लॉग Computer in Hindi में हमने आपको हिंदी में कंप्यूटर के बारे में सम्पूर्ण जानकारी देने का प्रयास किया है, हमे आशा है कि हमारे ब्लॉग पर आपको कंप्यूटर से सम्बंधित सम्पूर्ण जानकारी मिल जाएगी। यदि आपको इस ब्लॉग में दी गई जानकारी हेल्पफुल लगी हो तो इसे ब्लॉग को अपने दोस्तों के साथ जरूर शेयर करे। इसके अलावा यदि आप हमें कोई भी सुझाव देना चाहते हैं तो हमे कॉमेंट बॉक्स अथवा Contact Us पेज के माध्यम से सम्पर्क कर सकते हैं। हमारे इस ब्लॉग को पढ़ने के लिए आपका धन्यवाद।
FAQs
कंप्यूटर क्या है हिंदी में बताएं?
कंप्यूटर एक ऐसी इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जिसका कार्य यूज़र्स द्वारा दिए गए डेटा को यूजर्स के द्वारा दिए गए निर्देश के अनुसार प्रोसेस करके सभी प्रकार के input की सटीक जानकारी प्राप्त करके output के रूप में यूज़र्स आज तक पहुंचाने का कार्य करती है।
विश्व का सबसे पहला कंप्यूटर कब बना ?
विश्व का सबसे पहला कंप्यूटर 1822 में बना था। इसे “Analog Computer” भी कहा जाता है जो गिनती और गणना के लिए उपयोग किया जाता था।
कंप्यूटर का पूरा नाम क्या है?
कंप्यूटर का पूरा नाम Common Operating Machine Purposely used for Technological and Educational research होता है।
कंप्यूटर को कैसे परिभाषित करते हैं?
यदि हम इसको साधारण भाषा में समझे तो कंप्यूटर एक इलेक्ट्रॉनिक मशीन है जो डेटा को संसाधित, संग्रहित और विश्लेषित करने के लिए उपयोग किया जाता है। यह एक प्रोग्राम के माध्यम से चलता है जो यूजर द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करता है। कंप्यूटर में कई प्रकार के हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर शामिल होते हैं जो कंप्यूटर को काम करने में मदद करते हैं।
कंप्यूटर का जनक कौन है?
कंप्यूटर का जनक चार्ल्स बैबेज हैं वह एक अंग्रेजी गणितज्ञ, विज्ञानी और अविष्कारक थे, उन्होंने वर्तमान में कंप्यूटर विज्ञान की जड़ें रखीं।
कंप्यूटर की खोज किसने की थी और कब?
कंप्यूटर की खोज विश्व के एक महान वैज्ञानिक और गणितज्ञ चार्ल्स बैबेज ने की थी। उन्होंने 19वीं शताब्दी में एक मैकेनिकल कंप्यूटर बनाया था जिसे “एनालिटिकल इंजन” कहा जाता था। इसके बाद अलान ट्यूरिंग, जॉन फॉन नेमन, जॉन वन न्यूमेन जैसे वैज्ञानिकों ने कंप्यूटर के क्षेत्र में बहुत योगदान दिया।
भारत में कंप्यूटर की खोज कब हुई थी?
भारत में कंप्यूटर की खोज 1955 में हुई थी, जब हमारे देश के एक वैज्ञानिक आज़ाद मोहम्मद तक़ी ने पहला ऑनलाइन डिजिटल कंप्यूटर विकसित किया था।
कंप्यूटर का पहला नाम क्या है?
कंप्यूटर का पहला नाम “एबाकस” (ENIAC) था, यह 1946 में बनाया गया था।
भारत में कंप्यूटर के पिता कौन है?
भारत में कंप्यूटर के पिता के रूप में श्री विजय भाटकर जी को माना जाता है।
कंप्यूटर दिवस कब मनाया जाता है?
2 नवंबर को विश्व कंप्यूटर साक्षरता दिवस मनाया जाता है।
दुनिया का सबसे पहला कंप्यूटर कौन सा था ?
Differential Engine को दुनिया का सबसे पहला कंप्यूटर माना जाता है।
भारत का पहला सुपर कंप्यूटर कब बना ?
भारत का पहला सुपर कंप्यूटर “परम 8000” जुलाई 1991 में बना था।